हम चाहते हैं अब हर राज दिल से खोल दो आप के इजहार के इंतजार में तड़पते रहते हैं बेताबी कहीं हद से ज्यादा ना गुजर जाए प्यार की बातें आज मुझसे बोल दो
उसकी मासूमियत पर मत जाना वह बाहर से जितनी मासूम दिखती है अंदर से उतनी ही ज्यादा सख्त है उसकी आस छोड़ दो नहीं तो एक दिन आंखों में आंसू लिए कहोगे हमारी जिंदगी व्यर्थ है तुम्हारी गलतियों की शिकायत इसलिए करती हूं तुम अपनी आदत को सुधार लो