वह बेवफा होकर जिंदगी को जहर बना गई मेरे ही चर्चे हर जुबान पर होते हैं ऐसी खबर बना गई अपने दिल को बहुत डांट फटकार लगाई उलझना बंद कर दे जिंदगी में दर्द तेरे कारण मिला है
उसकी मासूमियत पर मत जाना वह बाहर से जितनी मासूम दिखती है अंदर से उतनी ही ज्यादा सख्त है उसकी आस छोड़ दो नहीं तो एक दिन आंखों में आंसू लिए कहोगे हमारी जिंदगी व्यर्थ है तुम्हारी गलतियों की शिकायत इसलिए करती हूं तुम अपनी आदत को सुधार लो